नई दिल्ली: दिल्ली में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला और आखिरकार राजधानी को उसकी नई मुख्यमंत्री मिल गई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार शाम रेखा गुप्ता को विधायक दल का नेता घोषित कर दिया, जिससे वे दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री बन गईं।
भाजपा ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के चयन के लिए केंद्रीय नेताओं रविशंकर प्रसाद और ओपी धनखड़ को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। लंबी चर्चा के बाद रेखा गुप्ता के नाम की औपचारिक घोषणा कर दी गई।
रेखा गुप्ता कौन हैं?
रेखा गुप्ता भाजपा की वरिष्ठ नेत्री हैं और वर्तमान में दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक हैं। 2025 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया था। इसके अलावा, वह भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
शिक्षा और निजी जीवन
रेखा गुप्ता का जन्म 1974 में हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में हुआ। 1976 में उनका परिवार दिल्ली आकर बस गया। उन्होंने कानून (LLB) की पढ़ाई की और पेशे से वकील भी हैं। उनके पति का नाम मनीष गुप्ता है।
राजनीतिक सफर
रेखा गुप्ता की राजनीतिक यात्रा 1996-97 में शुरू हुई, जब वे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष बनीं। इसके बाद उन्होंने नगर निगम की राजनीति में प्रवेश किया और 2007 में उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद चुनी गईं। 2012 में फिर से पार्षद चुनी गईं और दक्षिण दिल्ली नगर निगम की मेयर बनीं।
भाजपा ने उन्हें 2015 और 2020 में भी विधानसभा चुनाव का टिकट दिया था, लेकिन दोनों बार उन्हें आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी से हार का सामना करना पड़ा। आखिरकार, 2025 के चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज कर मुख्यमंत्री पद पर काबिज होने का रास्ता साफ किया।
भविष्य की चुनौतियां
रेखा गुप्ता के सामने दिल्ली की जनता की उम्मीदों को पूरा करने की बड़ी चुनौती होगी। उनके नेतृत्व में भाजपा की प्राथमिकताएं क्या होंगी, यह देखने वाली बात होगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे राजधानी के विकास और प्रशासन में क्या बदलाव लाती हैं।