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4 Aug 2025, Mon

पावर का गलत इस्तेमाल पड़ा भारी, टीआई साहब अब एसआई की कुर्सी पर

बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। जिले के सिविल लाइन थाने में पूर्व थाना प्रभारी रहे कलीम खान पर महिला से यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के बाद पुलिस विभाग ने सख्त कदम उठाया है। विभागीय जांच में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें इंस्पेक्टर से घटाकर सब-इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया है। यह कार्रवाई बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) डॉ. संजीव शुक्ला के निर्देश पर हुई, जिसकी पुष्टि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने की है।

दिल्ली की महिला ने लगाए शोषण और ब्लैकमेल के आरोप

एक महिला, जो दिल्ली की निवासी है, ने आरोप लगाया कि जब कलीम खान सिविल लाइन थाने में पदस्थ थे, तब उन्होंने उनके साथ शारीरिक शोषण किया और आर्थिक रूप से ब्लैकमेल भी किया। पीड़िता के अनुसार, आरोपी ने एक 82 लाख रुपये की ठगी के मामले में आरोपी को गिरफ़्तार न करने और मामला कमजोर करने के बदले पैसों की मांग की। साथ ही उसकी पत्नी का यौन उत्पीड़न किया। यह शिकायत उच्च पुलिस अधिकारियों तक पहुंचाई गई थी।

राजनीतिक हस्तक्षेप के बाद बढ़ी जांच की रफ्तार

घटना को उस समय के विधायक शैलेष पांडेय ने गंभीरता से लिया और सीधे डीजीपी को इसकी जानकारी दी। इसके बाद मामले की जांच में तेजी आई और हाल ही में आई रिपोर्ट में कलीम खान को दोषी ठहराया गया। उसी के आधार पर उनके पद पर कार्रवाई की गई।

कई थानों में निभा चुके हैं जिम्मेदारी

कलीम खान ने बिलासपुर जिले के चकरभाठा, सिविल लाइन और तारबाहर थानों में प्रभारी के रूप में काम किया है। इसके अलावा उन्हें साइबर सेल की जिम्मेदारी भी दी गई थी। हाल ही में वे सरगुजा जिले में साइबर सेल के प्रभारी पद पर तैनात थे। अब डिमोशन के बाद उनकी नई पोस्टिंग को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।

साइबर सेल की अगली कमान को लेकर असमंजस

साइबर सेल की जिम्मेदारी उन्हें उनके तकनीकी कौशल और अनुभव के आधार पर दी गई थी। लेकिन अब पदावनति के बाद यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस पद की कमान किसे सौंपी जाएगी। पुलिस विभाग ने कहा है कि यह निर्णय उसके अनुशासन और पारदर्शिता के सिद्धांतों को दर्शाता है।