Breaking
23 May 2025, Fri

रघुनाथ नगर फड़ घोटाला: फुल साय सिंह की मनमानी से बिफरे समिति सदस्य, उप प्रबंध संचालक की चुप्पी पर उठे सवाल

बलरामपुर – छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रघुनाथ नगर फड़ (अ) व (ब) में तेंदूपत्ता फड़मुंशी चयन में हुए भारी गड़बड़ी ने एक बार फिर प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर कर दिया है। फड़ प्रबंधक फुल साय सिंह पर गंभीर आरोप लगते हुए समिति सदस्यों ने कहा है कि वह वर्षों से केवल अपने रिश्तेदारों को ही फड़मुंशी बनाता आ रहा है। जब कभी किसी भाई को, तो कभी किसी अन्य रिश्तेदार को इस पद पर बैठाया गया है — पूरी चयन प्रक्रिया एक मज़ाक बन चुकी है।

सबसे हैरानी की बात ये है कि संचालक समिति की बैठक तक नहीं बुलाई जाती। फर्जी दस्तखत करवा कर फैसले लागू कर दिए जाते हैं। जब समिति के उपाध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने 6 मई 2025 को वन मंडलाधिकारी और उप प्रबंध संचालक बलरामपुर को लिखित शिकायत सौंपी, तो ना कोई जांच टीम गठित हुई, ना कोई जांच हुई — मानो शिकायत पत्र कचरे के डिब्बे में डाल दिया गया हो।

उप प्रबंध संचालक की भूमिका संदिग्ध
उप प्रबंध संचालक की चुप्पी और निष्क्रियता ने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या प्रबंधक फुल साय सिंह को किसी वरिष्ठ अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है? या फिर मोटी रकम लेकर आंख मूंद ली गई है? क्योंकि शिकायतों का ढेर लगने के बावजूद आज तक न तो कोई ठोस कार्यवाही हुई और न ही जांच का कोई प्रयास।

फड़ के जरिए तस्करी का खुलासा, उत्तर प्रदेश से जुड़ा मामला
यह फड़ उत्तर प्रदेश सीमा से सटा हुआ है और आरोप है कि वहां से तेंदूपत्ता की अवैध तस्करी कर इस फड़ में खपाया जाता है। यही वजह है कि रघुनाथ नगर का यह फड़ मोटी कमाई का स्रोत बन चुका है और प्रबंधक की मिलीभगत से पूरे फड़ का संचालन हो रहा है।

“शिकायत कर क्या कर लोगे?” – फुल साय सिंह का रवैया
सूत्रों के अनुसार, शिकायतकर्ताओं को प्रबंधक द्वारा तंज कसते हुए कहा जाता है – “क्या कर लोगे शिकायत करके? फिर से कर लो शिकायत…” यह बयान स्पष्ट करता है कि प्रबंधक को किसी प्रशासनिक कार्रवाई का डर नहीं है, जिससे साफ जाहिर होता है कि उसके पीछे कोई बड़ा संरक्षणदाता मौजूद है।

न्याय की उम्मीद छोड़ रहे लोग
लगातार अनदेखी और निष्क्रियता के कारण अब समिति के सदस्य और स्थानीय लोग कानून और प्रशासन पर से विश्वास खोते जा रहे हैं। यदि अब भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई, तो यह स्पष्ट संदेश जाएगा कि भ्रष्टाचार और तस्करी को अधिकारियों का मौन समर्थन प्राप्त है।

मांग: निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्यवाही
रघुनाथ नगर संचालक वन समिति ने मांग की है कि फुल साय सिंह पर निष्पक्ष जांच हो और दोषी पाए जाने पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। यह केवल वन विभाग की साख का मामला नहीं, बल्कि शासन की नीयत पर भी सवाल है।

वन मंडलाधिकारी से जब नईदुनिया प्रतिनिधि की बात हुई तो वन मंडलाधिकारी का कहना है कि मेरे द्वारा 08,05,2025 को ही 3 दिवस के अंदर जांच करने का आदेश उप प्रबंध संचालक को दिया गया है लेकिन उप प्रबंध संचालक अभी तक जांच करके जांच रिपोर्ट वन मंडलाधिकारी को नहीं दिया है

अब देखना यह होगा कि क्या जिला प्रशासन जागेगा या यह मामला भी फाइलों की गर्द में दबा रह जाएगा।