सरगुजा। सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम सरगा टोंगरीपारा से दिल दहला देने वाली एक वारदात सामने आई है, जिसने न सिर्फ इंसानियत को शर्मसार किया है, बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 45 वर्षीय ग्रामीण रैदु नागवंशी की धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने वाले अज्ञात हमलावर चार बकरियों को चुरा कर फरार हो गए।
45 बकरियों वाला रैदु बना हैवानियत का शिकार
ग्राम गेरसा निवासी रैदु नागवंशी अपने घर में 45 से अधिक बकरा-बकरियां पालता था। बीती रात अज्ञात चोर बकरियां चुराने की नीयत से उसके घर में घुसे। रैदु ने जब उनका विरोध किया, तो आरोपियों ने धारदार हथियार से ताबड़तोड़ हमला कर उसकी हत्या कर दी। सुबह उसका लहूलुहान शव घर में पड़ा मिला, और चार बकरियां गायब थीं।
गांव में पसरा मातम, उठे गुस्से के स्वर
सुबह जैसे ही वारदात की खबर फैली, पूरे गांव में कोहराम मच गया। भय और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी तुरंत सीतापुर पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच से यह साफ हो गया है कि हत्या पूरी तरह से सुनियोजित थी और इसके पीछे मकसद सिर्फ बकरी चोरी था।
अब तक गिरफ्तारी नहीं, ग्रामीणों में असुरक्षा का माहौल
पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या और चोरी का मामला दर्ज कर सघन तलाशी अभियान शुरू किया है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इस लापरवाही से ग्रामीणों में भारी नाराजगी और असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है।
प्रशासन पर उठे सवाल, इंसानियत शर्मसार
ग्रामीणों का कहना है कि यदि इलाके में पुलिस गश्त सक्रिय होती, तो इस तरह की घटना रोकी जा सकती थी। उनका दर्द छलक पड़ा – “जब एक इंसान की जान की कीमत चार बकरियों से भी कम हो जाए, तो समझिए सिस्टम मर चुका है।”
यह हत्या नहीं, सिस्टम के मुंह पर तमाचा है। जब जंगलराज लौट आए, तो किससे उम्मीद करें इंसाफ की?”

