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3 Aug 2025, Sun


 सांप के डसने से मर गया मासूम, डॉक्टर नदारद—आख़िर कब सुधरेगी व्यवस्था?

बलरामपुर जिले के तहसील रघुनाथनगर के स्थानिय निवासी 5 से 7 वर्षिय मासूम साजन पिता रामबली जाति पण्डो निवासी रघुनाथनगर की  सर्प के काटने से गंभीर रूप से घायल एक  मासूम की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में समय पर इलाज न मिलने के कारण दर्दनाक मौत हो गई। यह हृदयविदारक घटना रघुनाथनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सामने आई, जहाँ डॉक्टर के अनुपस्थित होने पर मासूम को शासकीय वाहन से डॉक्टर के निजी क्लिनिक भेजा गया।

परिजनों के अनुसार, अस्पताल पहुंचने पर स्टाफ ने बताया कि डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं हैं और बच्चे को इलाज के लिए डॉक्टर के निजी क्लिनिक में भेज दिया गया। दो घंटे तक मासूम बिना उचित इलाज के तड़पता रहा। क्लिनिक में हालत बिगड़ती देख डॉक्टर ने उसे फिर से अस्पताल भेज दिया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इंजेक्शन लगने के तुरंत बाद मासूम ने दम तोड़ दिया।

घटना के बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि यदि समय पर इलाज मिला होता तो मासूम की जान बचाई जा सकती थी। सामुदायिक अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर की लापरवाही और निजी क्लिनिक में बैठकर इलाज करने की प्रवृत्ति को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

ग्रामीणों ने दोषी डॉक्टर पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है और स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली पर भी गहरी नाराजगी जताई है।

स्थानीय प्रशासन से मांग:

दोषी डॉक्टर पर निलंबन की कार्रवाई हो

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित की जाए

निजी क्लिनिक में ड्यूटी समय के दौरान डॉक्टरों की मौजूदगी पर रोक लगे


यह घटना न केवल एक मासूम की जान जाने का दुखद उदाहरण है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों की जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी सवाल उठाती है।