महीनों से परेशान प्रार्थी को आखिरकार न्याय मिला। हेमंत कुजूर नाम का ये पटवारी वाड्रफनगर तहसील के बरतीकला क्षेत्र में पदस्थ था, जिसने सीमांकन के लिए 10 हजार रुपये की घूस मांगी थी और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने उसे 8 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
ये दिखाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जारी है और लोगों को अपनी शिकायतों पर सुनवाई मिल रही है। उम्मीद है कि इस तरह की कार्रवाई से दूसरों को भी सबक मिलेगा और सरकारी कामकाज में पारदर्शिता आएगी।