अंबिकापुर 28 मार्च 2025 ।आईपीएल के शुरू होते ही शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में सट्टेबाजों का नेटवर्क फिर से सक्रिय हो गया है। हर गली-मोहल्ले में इनके गुर्गे घूम रहे हैं और क्रिकेट मैचों पर जमकर सट्टा लगवा रहे हैं। खास बात यह है कि पुलिस और एसीसीयू (एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट/साइबर सेल) की निष्क्रियता के चलते सटोरियों के हौसले बुलंद हैं। इसके साथ ही सूत्रों की मानें तो पुराने और कुख्यात सटोरिए खुद सामने न आकर अपने गुर्गों के जरिए यह गोरखधंधा चला रहे हैं। अब यह नेटवर्क मोबाइल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए ऑपरेट हो रहा है, जिससे इसे ट्रेस करना मुश्किल हो गया है। नवयुवा वर्ग से लेकर हर उम्र के लोग ऑनलाइन दांव लगाने में शामिल हो रहे हैं, जिससे परिवारों में चिंता बढ़ गई है।
करोड़ों का सट्टा, पुलिस की चुप्पी पर सवाल
हर वर्ष आईपीएल के दौरान करोड़ों रुपये का सट्टा लगाया जाता है। यह खेल सिर्फ बड़े बुकी ही नहीं, बल्कि उनके छोटे एजेंटों के माध्यम से भी संचालित हो रहा है। हैरानी की बात यह है कि सट्टे का कारोबार शहर के प्रमुख स्थानों से भी धड़ल्ले से चल रहा है, फिर भी पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
क्या सटोरियों और साइबर सेल के बीच है सेटिंग…?
शहर में चर्चा जोरों पर है कि पुलिस और एसीसीयू के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत के कारण यह धंधा बेरोकटोक जारी है। यह भी कहा जा रहा है कि साइबर सेल की मदद से सटोरिए अपने ठिकानों को बार-बार बदल रहे हैं, जिससे पुलिस उन तक नहीं पहुंच पा रही है। इसके वजह से न केवल व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करती है, बल्कि परिवार और समाज के लिए भी गंभीर समस्याएँ खड़ी करती है।
जनता की मांग – सख्त कार्रवाई हो
शहरवासियों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन इस पर सख्त कार्रवाई नहीं करता, तो यह अपराध और ज्यादा बढ़ सकता है। इसके साथ ही यह एक खतरनाक लत है, जो धीरे-धीरे व्यक्ति और समाज को बर्बाद कर सकती है। इससे बचने के लिए लोगों को जागरूक होना चाहिए और सरकार को इस पर सख्ती से रोक लगानी चाहिए। बहरहाल लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि ऑनलाइन सट्टेबाजी पर नकेल कसने के लिए विशेष टीम गठित की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो। अब इस अहम मसले पर पुलिस कब-तक सक्रिय होगी यह तो आने वाले दिनों में सामने आएगा।