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4 Aug 2025, Mon

कौन से मंत्री का है हाथ / कौन से अधिकारी का है संरक्षण,जो एक जगह में सिपाही से बना रेंजर प्रभारी तक

बलरामपुर -वन परिक्षेत्र रघुनाथनगर में इन दिनों पेड़ों की कटाई धड़ल्ले से चल रही है लकड़ी तस्कर भी सक्रिय हो गये है दर असल यह जो वन परिक्षेत्र है दो राज्य की सीमाओ से लगा हुआ है इस वन परिक्षेत्र के कार्यालय की सीमा से महज 5,6 किलोमीटर की दूरी में उतरप्रदेश की सीमा लगी है इसलिए जो लकड़ी तस्कर है उनको तस्करी करने में आसानी पड़ती है वही अगर वन विभाग की बात की जाई तो पेड़ो की कटाई को रोकने में वन विभाग का  गैर जिम्मेदार की तरह बरताव देखने को मिलता अगर कोई शिकायत भी दे तो प्रभारी रेंजर को बात सुनने का भी समय नहीं रहता छोटा सा शिकायत देने के लिए भी वन मण्डलाधिकारी को दूरभाष करना पड़ता है कभी -कभी लोगो को ऐसा लगता है कि इस तरह का प्रभारी रेंजर रहने या नहीं रहने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा…

क्या छत्तीसगढ़ में रेंजरों की कमी हो गई,की डिप्टी रेंजर को दिया गया रघुनाथनगर में रेंजर का प्रभार…

छत्तीसगढ़ के रघुनाथनगर रेंज में डिप्टी रेंजर को रेंजर का प्रभार दिया गया है। इससे यह संकेत मिलता है कि क्षेत्र में रेंजरों की कमी हो सकती है।

वन मण्डलाधिकारी में नहीं है कार्यवाही करने का दम,या फिर मिलती है मोटी रकम ?
यह एक गंभीर सवाल है क्यों की शिकायत के बाद ना तो तस्कर पकड़ाते है और नहीं कोई विभागीय जॉच बैठती है
इसलिए इतना कठोर सवाल का प्रयोग किया गया है जवाब का इंतजार …

कुछ प्रमुख सवाल

लगातार हों रहा रघुनाथनगर वन परिक्षेत्र में अंधाधुंध कटाई, आखिर जिम्मेदार कौन ?

लगभग 25 वर्षों से एक जगह पर बिना सेटिंग का कोई कैसे कार्यरत रह सकता है?
6 महीने में लगभग 40 शिकायत फिर भी क्यों नहीं हो रही कोई कार्यवाही…